Tum ho kahan is a song from the album Hum Dono which has been composed by Dr. L. Subramaniam This Hindi Song Lyrics has been sung by Kavita Krishnamurti and Sonu Nigam and the lyrics have been written by Javed Akhtar
Tum ho kahan
Song :- Tum ho kahan Singer :- Kavita Krishnamurti and Sonu Nigam Album :- Hum Dono Music :- Dr. L. Subramaniam Lyrics :- Javed Akhtar
Tum ho kahan Lyrics
Hindi Song Lyrics
तुम हो कहा, तुम हो कहा
जैसे भी हो सके
आ जाओ तुम यहा
तुम हो कहा, तुम हो कहा
जैसे भी हो सके
आ जाओ तुम यहा
सांस सांस है, अब धुआ धुआ
सोयी सोयी है, दिल कि बस्तीया
सांस सांस है, अब धुआ धुआ
सोयी सोयी है, दिल कि बस्तीया
मै हु यहा, मै हु यहा
हम दोनो मे कभी
होंगी ना दूरिया
मै हु यहा, मै हु यहा
हम दोनो मे कभी
होंगी ना दूरिया
मेरे प्यार कि है ये दासता
तुम जहा भी हो
आउंगी वाहा
मेरे प्यार कि है ये दासता
तुम जहा भी हो
आउंगी वाहा
गेहेरे अंधेरे है जो दिल को घेरे है
अब मेरी राहो मे धुंदली निगाहो मे
इतनी तमन्ना है बस तुमसे मिलना है
मायुस क्यू हो तुम क्यू सोच मे हो गुम
तुम जो बुलाओगे तुम जब भी चाहोगे
मै मिलने आउंगी सपने सजाउंगी
मै मिलने आउंगी सपने सजाउंगी
रहेने ना दुंगी मै गम का कोई निशा
सांस सांस है, अब धुआ धुआ
सोयी सोयी है, दिल कि बस्तीया
सांस सांस है, अब धुआ धुआ
सोयी सोयी है, दिल कि बस्तीया
समझाउ कैसे मै तुम को ये मजबुरी
उस पल को आना है जो लायेगा दुरी
जितनी भी खुशिया है, दो पल कि मेहेमा है
क्यू ऐसे केहेते हो, क्यू रंज सेहेते हो
ये जो कहानी है, चलते हि जानी है
मौत है के जीवन है, जन्मो का बंधन है
जब तक ये तन मन है, तब तक हि बंधन है
बंधन नहि रहेंगे कल अपनी दरमिया
सांस सांस है, अब धुआ धुआ
सोयी सोयी है, दिल कि बस्तीया
सांस सांस है, अब धुआ धुआ
सोयी सोयी है, दिल कि बस्तीया
तुम हो कहा, तुम हो कहा
जैसे भी हो सके
आ जाओ तुम यहा
मै हु यहा, मै हु यहा
हम दोनो मे कभी
होंगी ना दूरिया
आ जाओ तुम यहा
आ जाओ तुम यहा
आ जाओ तुम यहा